भारत को वियतनाम से 5 अरब डॉलर का निर्यात घाटा | अमेरिका ट्रेड डील न्यूज़ 2025

 भारत को झटका : अमेरिका के साथ ट्रेड डील नहीं होने पर वियतनाम को जा सकता है 5 अरब डॉलर का निर्यात

भारत को वियतनाम से 5 अरब डॉलर तक के निर्यात में घाटा उठाना पड़ सकता है अगर भारत और अमेरिका के बीच कोई व्यापार सौदा नहीं होता।

‘द नुक्कड़ न्यूज़’ के विश्लेषण के अनुसार, झींगा (Shrimp), लिनन और आभूषण मुख्य रूप से प्रभावित होंगे।

भारत और वियतनाम: अमेरिका को कितना निर्यात किया जाता है?
2023 में भारत ने लगभग $76 बिलियन की वस्तुएं अमेरिका को निर्यात कीं। इसमें से केवल $5.4 बिलियन का निर्यात वियतनाम के निर्यात से संबंधित है। यानी वियतनाम से भारत के कुल निर्यात में सीधा खतरा सीमित है।

लेकिन भारत और वियतनाम के उत्पादों की संख्या 161 है। भारत फिलहाल 161 उत्पादों में वियतनाम से अधिक है।

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“अमेरिका के झंडे के साथ झींगा निर्यात, लिनन और ज्वेलरी दिखाते हुए भारत और वियतनाम के बीच व्यापार प्रतिस्पर्धा”

भारत का झींगा और प्रॉन निर्यात अमेरिका को सबसे बड़ा खतरा है।
भारत ने 2023 में अमेरिका को $1.81 बिलियन का झींगा भेजा, जबकि वियतनाम ने सिर्फ $290 मिलियन भेजा।

लेकिन भारत की हिस्सेदारी सिर्फ २२४ मिलियन डॉलर रह सकती है अगर अमेरिका वियतनाम को तरजीही शुल्क देता है और भारत को नहीं। इस क्षेत्र में ही $1.6 बिलियन का नुकसान हो सकता है।

गृहकार्य और टॉयलेट लिनन: इससे लगभग $280 मिलियन का घाटा हो सकता है।

ज्वैलरी: अमेरिका को भारत से भारी मात्रा में आभूषण भेजा जाता है, जो $231 मिलियन की चुनौती है।

भारत और वियतनाम में समान सामान कीमतें हैं।

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 जुलाई को वियतनाम के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते की घोषणा की। इसके परिणामस्वरूप वियतनाम पर लगने वाला शुल्क ४६% से २०% कम हो गया है।

9 जुलाई के बाद अमेरिका नई ट्रेड पॉलिसी लागू करेगा, जिसमें वियतनाम पर पहले से 46% अधिक टैक्स लगाया जाएगा और ट्रांस-शिप्ड माल पर 40% टैक्स लगाया जाएगा। डील अब वियतनाम को राहत दी है।

भारत को अब भी 26% शुल्क झेलना पड़ सकता है, अगर समय रहते अमेरिका के साथ समझौता नहीं हुआ तो।

भारत के लिए अब क्या विकल्प?

  • सरकार को अमेरिका के साथ जल्दी प्रिफरेंशियल ट्रेड डील करनी होगी।

  • निर्यातक संगठनों को झींगा, लिनन और ज्वेलरी जैसे सेक्टर्स में प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य और गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा।

  • वैकल्पिक बाजारों की तलाश जरूरी है ताकि नुकसान की भरपाई हो सके।

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निष्कर्ष

भारत के लिए अमेरिका एक बड़ा निर्यात बाजार है। अगर भारत ने समय रहते नया ट्रेड डील नहीं किया, तो वियतनाम जैसे देश इसका फायदा उठा सकते हैं। खासकर झींगा और लिनन जैसे सेक्टर्स में भारत की लीड कम हो सकती है। ऐसे में सरकार और निर्यातकों को तुरंत ठोस कदम उठाने होंगे।

❓ FAQ

Q1. भारत अमेरिका को सबसे ज्यादा क्या निर्यात करता है?
भारत अमेरिका को टेक्सटाइल, ज्वेलरी, ऑटो पार्ट्स, दवाइयां और समुद्री उत्पाद जैसे झींगा निर्यात करता है।

Q2. वियतनाम कैसे खतरा बन सकता है?
वियतनाम ने अमेरिका के साथ शुल्क कम करने वाला समझौता किया है, जिससे वह भारत के मुकाबले सस्ता माल बेच सकेगा।

Q3. भारत को कितना नुकसान हो सकता है?
वियतनाम की वजह से भारत को $5 बिलियन डॉलर तक का नुकसान होने की आशंका है, जिसमें सबसे ज्यादा असर झींगा निर्यात पर पड़ेगा।

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