SSC लाठीचार्ज: नौकरी देने के समय सरकार हिंदू मुस्लिम नहीं देखती है !

“क्या SSC अब Scam Selection Commission बन चुका है?”

हर साल करोड़ों की तैयारी, और बदले में पेपर लीक और फर्जीवाड़ा?

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का जंतर मंतर जहां अक्सर देश भर से आए लोग अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हैं एक बार फिर युवाओं के आक्रोश का गवाह बना इस बार मुद्दा था कर्मचारी चयन आयोग SSC द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में कथित धन ली और अनियमितताएं हजारों की संख्या में देश के कोने से आए छात्र अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन एक दिन अचानक पुलिस ने उन्हें के दिया इस घटना ने एक नई बहस को जन्म दिया जिसमें आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाए और कहा यह बीजेपी राज में ही संभव है।

“पढ़ो, मेहनत करो और फिर इंतजार करो लीक का?”

छात्रों का दर्द: तैयारी तो हमने की, लेकिन पास वही हुआ जिसे पेपर पहले मिला!

यह घटना सिर्फ एक दिन की नहीं थी बल्कि यह सालों से चली आ रही एक समस्या का परिणाम थी जिसने लाखों युवाओं के भविष्य को आधार में लटका दिया है SSC भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालय और विभागों में ग्रुप "B" और "C" पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन करता है हर साल लाखों युवा इन परीक्षाओं में शामिल होते हैं कड़ी मेहनत करते हैं और अपने भविष्य के सपने बुनते हैं लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इन परीक्षाओं में पेपर लीकदांडी और परिणाम में देरी की खबरें लगातार आ रही है जिसने छात्रों का विश्वास डगमगा दिया है।

“जंतर मंतर पर छात्रों पर पुलिस का लाठीचार्ज – लोकतंत्र की हत्या?”

पिछले कुछ दिनों से जंतर मंतर पर SSC के विभिन्न परीक्षाओं में बैठे छात्र एकजुट होकर प्रदर्शन कर रहे थे उनकी मुख्य मांगों में परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करना पेपर लीक की घटनाओं पर रोक लगाना दोषियों को सख्त सजा देना और परीक्षाओं के परिणामों को समय पर घोषित करना शामिल था प्रदर्शन शांतिपूर्ण था छात्र अपनी मांगों को तख्तियां और नारों के माध्यम से उठा रहे थे।

जंतर मंतर पर एसएससी अनियमितताओं के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की सजीव झलक

यह भी पढ़ें:https://www.thenukkadnews.in/2025/06/rrb-technician-bharti-2025-online-form.html

छात्रों का गुस्सा और विरोध: सोशल मीडिया पर विरोध की लहर

#SSCScam और #JusticeForSSCStudents जैसे हैशटैग ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर ट्रेंड कर रहे हैं। छात्र आयोग पर पक्षपात और लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।

धरना-प्रदर्शन और याचिकाएं

दिल्ली, पटना, लखनऊ, भोपाल जैसे शहरों में छात्र सड़कों पर उतरे हैं। कई छात्र संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर CBI जांच की मांग की है।

क्या युवाओं की आवाज अब दिल्ली की सड़कों पर भी नहीं गूंज सकती?

लेकिन एक सुबह अचानक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जंतर मंतर से हटाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी पुलिस का कहना था कि प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हो रहा है और प्रदर्शनकारियों के पास प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है छात्रों का आरोप था कि पुलिस ने उनके साथ धक्का मुक्की की और उन्हें जबरन हटा दिया इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमें छात्रों और पुलिस के बीच झड़प साफ देखी जा सकती थी इस घटना ने छात्रों के बीच और अधिक आक्रोश पैदा कर दिया।

“बीजेपी राज में ही संभव है छात्रों की आवाज़ को कुचलना?”

AAP का आरोप: शांतिपूर्ण प्रदर्शन को जबरन हटाया गया, ये सिर्फ तानाशाही है!

जंतर मंतर पर हुई इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला AAP नेताओं ने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार हर नागरिक को है लेकिन भाजपा सरकार छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है उन्होंने कहा कि यह बीजेपी राज में संभव है कि छात्रों की जायज मांगों को अनसुना कर दिया जाए और उनकी आवाज को बलपूर्वक दबाया जाए।

AAP ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार को छात्रों की मांगों पर ध्यान देना चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए ना कि उन्हें दबाना चाहिए AAP ने आरोप लगाया कि सरकार SSC में हो रही अनियमितताओं को रोकने में विफल रही है और अब जब छात्र विरोध कर रहे हैं तो उन्हें दबाने की कोशिश कर रही है।

SSC परीक्षा में सामने आईं कथित अनियमितताएं

1. पेपर लीक का आरोप

छात्रों का आरोप है कि CGL 2025 परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले ही व्हाट्सएप और टेलीग्राम चैनलों पर लीक हो गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें और प्रश्नपत्र इस आरोप को बल दे रहे हैं।

2. कंप्यूटर आधारित परीक्षा में तकनीकी खराबी

कई छात्रों ने दावा किया कि CBT (Computer Based Test) के दौरान सर्वर स्लो था, जिससे उन्हें प्रश्न हल करने के लिए पूरा समय नहीं मिला।

3. रिजल्ट में विसंगतियां

बिना किसी स्पष्ट कट-ऑफ या मेरिट लिस्ट के जारी किए गए परिणामों को लेकर भी छात्रों ने सवाल उठाए हैं। कई छात्रों ने दावा किया कि मेरिट में फर्जी नाम हैं या नंबरों का हिसाब नहीं मिल रहा।

“पेपर लीक – सिस्टम की गड़बड़ी या सुनियोजित साजिश?”

हर साल वही बहाना, वही नुकसान – दोषी कौन?

SSC परीक्षाओं में अनियमित का इतिहास पुराना है पिछले कुछ सालों में कई बार पेपर लीक की खबरें सामने आई है CGL कंबाइंड ग्रैजुएट लेवल परीक्षा CHSL कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल परीक्षा और GD कांस्टेबल परीक्षा में कई बार पेपर लेकर आरोप लगे हैं इन घटनाओं के कारण परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी है जिससे छात्रों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

इन घटनाओं के कारण छात्रों के बीच निराशा और हताशा का माहौल है वे महीना सालों तक कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन पेपर लीक और धांधली के कारण उनका भविष्य अधर में लटक जाता है कई छात्र तो इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए अपने घर बार छोड़कर दिल्ली या अन्य बड़े शहरों में आकर रहते हैं जहां उन्हें भारी खर्च उठाना पड़ता है लेकिन जब उन्हें पता चलता है कि उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है तो उनका दिल टूट जाता है।

जंतर मंतर पर एसएससी अनियमितताओं के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की सजीव झलक

यह भी पढ़ें:https://www.thenukkadnews.in/2025/06/neet-pg-2025.html

“CBI जांच से सरकार क्यों डर रही है?”

SSC में सुधार के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने की जरूरत है सबसे पहले परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून और कठोर सजा का प्रावधान होना चाहिए इसके अलावा परीक्षाओं के परिणामों को समय पर घोषित करना भी बहुत महत्वपूर्ण है ताकि छात्रों को बेवजह इंतजार ना करना पड़े।

अगर कुछ गलत नहीं तो निष्पक्ष जांच से परहेज़ क्यों?

सरकार को एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन करना चाहिए जो SSC में हो रही अनियमितताओं की जांच करें और दोषियों को सख्त सजा दिलाई साथी सरकार को छात्रों के साथ संवाद स्थापित करना चाहिए और उनकी मांगों को सुनना चाहिए छात्रों को भी यह समझना होगा कि उनका भविष्य तभी सुरक्षित होगा जब वे एकजुट रहेंगे और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को उठाएंगे।

जंतर मंतर पर हुई घटना एक चेतावनी है सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए अगर सरकार ने छात्रों की मांगों को नजर अंदाज किया तो यह आक्रोश और बढ़ सकता है जिसका परिणाम गंभीर हो सकता है यह सिर्फ छात्रों के भविष्य का सवाल नहीं है बल्कि देश की युवा शक्ति के विश्वास का सवाल है सरकार को इस विश्वास को बनाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।

यह भी पढ़ें: https://www.thenukkadnews.in/2025/08/pm-kisan-yojana-20th-installment-2025-kashi.html

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

प्र1: SSC परीक्षा में बार-बार पेपर लीक क्यों हो रहा है?
उ: कमजोर साइबर सुरक्षा, आंतरिक लीक और दलालों के गठजोड़ को मुख्य कारण माना जा रहा है।

प्र2: क्या SSC परीक्षा की जांच CBI से हो सकती है?
उ: अगर छात्रों का दबाव और याचिकाएं मजबूत हुईं, तो न्यायपालिका CBI जांच का आदेश दे सकती है।

प्र3: क्या इससे SSC की वैधता पर असर पड़ेगा?
उ: हां, लगातार अनियमितताओं से आयोग की विश्वसनीयता कम होती जा रही है।

प्र4: सरकार ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
उ: अभी तक कोई स्पष्ट जांच या कार्रवाई की घोषणा नहीं की गई है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ