ऑपरेशन सिंदूर: अजीत डोभाल का विदेशी मीडिया को करारा जवाब — एक विस्तृत विश्लेषण
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने 11 जुलाई 2025 को IIT मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर और उस पर विदेशी मीडिया की रिपोर्टिंग को लेकर बड़ा बयान दिया।
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डोभाल ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया के उन दावों को सख्ती से खारिज कर दिया जिनमें कहा गया था कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई से भारत को कोई नुकसान पहुंचा है। उन्होंने तथ्यों और उपग्रह चित्रों के माध्यम से भारत की स्थिति स्पष्ट की और इसे भारत की रक्षा क्षमताओं की सटीकता और तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रमाण बताया।
ऑपरेशन सिंदूर: सटीकता और स्वदेशी तकनीक की मिसाल
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया था, जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इस हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के अंदर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए एक त्वरित और सटीक ऑपरेशन चलाया।
डोभाल ने बताया कि यह ऑपरेशन महज 23 मिनट में पूरा कर लिया गया — रात 1:05 बजे से 1:28 बजे के बीच। उन्होंने साफ किया कि भारतीय सेना ने केवल निर्धारित आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया, अन्य किसी भी नागरिक या सैन्य संरचना को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
100% स्वदेशी रक्षा प्रणाली का उपयोग
NSA डोभाल ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल की गई सभी प्रणालियां पूरी तरह से स्वदेशी थीं। इसमें ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम, एकीकृत वायु नियंत्रण और कमान प्रणाली (IACCS) जैसी उन्नत तकनीक शामिल थी।
उन्होंने कहा कि यह भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता और तकनीकी क्षमता को दर्शाता है, जो भविष्य में भी देश की सुरक्षा का मजबूत आधार बनेगा।
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विदेशी मीडिया को खुली चुनौती
डोभाल ने The New York Times जैसे विदेशी मीडिया हाउस को सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि भारत पर पाकिस्तान की कथित जवाबी कार्रवाई से कोई संपत्ति या संरचना क्षतिग्रस्त नहीं हुई।
डोभाल ने कहा, “अगर किसी के पास सबूत है तो दिखाएं। एक भी इमारत, खिड़की या दीवार टूटी हो तो बताएं।” उन्होंने कहा कि उपग्रह छवियों से भी साफ है कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई से भारतीय क्षेत्र में कोई नुकसान नहीं हुआ।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पाकिस्तान के 10 में से 3 हवाई अड्डों — सरगोधा, रहीम यार खान और चालाल — पर जरूर क्षति के प्रमाण मिले हैं, लेकिन भारतीय ठिकानों पर एक खरोंच भी नहीं आई।
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई क्यों हुई विफल?
डोभाल ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मानव रहित लड़ाकू विमानों के माध्यम से हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत की मजबूत वायु रक्षा प्रणालियों ने इन प्रयासों को नाकाम कर दिया।
इससे यह स्पष्ट होता है कि भारत न सिर्फ सटीक हमला करने में सक्षम है, बल्कि किसी भी प्रतिघात को विफल करने की भी पूरी तैयारी रखता है।
निष्कर्ष
अजीत डोभाल का बयान सिर्फ ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का प्रमाण नहीं है, बल्कि यह भारत के रक्षा तंत्र की मजबूती, तकनीकी आत्मनिर्भरता और विदेशी मीडिया द्वारा फैलाए गए दुष्प्रचार के खिलाफ एक मजबूत जवाब भी है।
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