उत्तर प्रदेश मौसम अपडेट 3 अगस्त को मानसून का भयंकर आक्रमण 40 प्लस जिला में बारिश का तांडव
तू नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे आज किस आर्टिकल में तो दोस्तों आज के साथी का नाम बात करने वाले हैं 3 अगस्त को हुए मानसून आक्रमण के बारे में तो दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि 3 अगस्त को इतनी तेजी से मौसम बदला की 40 से ज्यादा राज्यों में बारिश का तांडव मचा दिया और 50 से ज्यादा जिलों में बिजली गिरने का रेड अलर्ट हमको दिखाई दिया तो दोस्तों क्या है यह पूरा मामला चलिए आज के इस आर्टिकल में समझते हैं
दोस्तों 3 अगस्त 2025 उत्तर प्रदेश ने एक ऐसा दिन देखा जो कि लोग शायद जिंदगी भर याद रखेंगे तो वह थोड़े बादलों के साथ दिन की शुरुआत हुई थी लेकिन दोस्तों दोपहर के बाद जैसे आसमान का शब्द टूट ही गया पूरे राज्य में एक घंटा बारिश होती रही और कुछ जगहों पर तो लगातार बिजली गिरती रही यह कोई दोस्तों आम बरसात नहीं थी जबकि एक प्राकृतिक विनाश का ट्रेलर था स्टेट के 40 से ज्यादा डरे इस तूफान का शिकार हुए थे जहां पर बारिश नैना सिर्फ हर 2 जुलाई को डिस्टर्ब किया था बल्कि लोगों की जान और माल दोनों का खतरा पैदा कर दिया।
दोस्तों सबसे ज्यादा टेंशन तब बनी जब मौसम विभाग ने इसे साफ-साफ चेतावनी जारी करी थी की बचपन से ज्यादा राज्यों में आने वाले 24 घंटे तक बिजली गिरने की डेंजर संभावनाएं हैं यह दोस्तों बॉन्डिंग सिर्फ एक पेपर अलर्ट नहीं था बल्कि ग्राउंड लेवल पर इसका इंपैक्ट हमको देखने को भी मिला एमरजैंसी सर्विसेज को अलर्ट मोड पर डाला गया और एडमिनिस्ट्रेशन ने लोगों से अपना अपील की ही बिना जरुरत के घर से बाहर बिल्कुल ना निकले।
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मौसम विभाग का अलर्ट रेट जून में 55+ राज्य
दोस्तों इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने 2 अगस्त को रात को ही हेवी रेन और बिजली का येलो और लेटर जारी कर था लेकिन दोस्तों 3 अगस्त को सुबह तक सिचुएशन से इतनी तेजी से खराब हो गई की उसे रेड अलर्ट में बदल दिया गया इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने अपना राडार और स्टेट लाइट इनपुट्स के जरिए से देखा कि उत्तर प्रदेश के पूर्वी और केंद्रीय पार्ट्स में क्लाउड डेस्टिनी बहुत ही ज्यादा हाई हो चुकी है जिसका सीधा सा मतलब था कि वहां पर क्लाउडबर्स्ट या फिर हैवी लाइटिंग हो सकती है।
इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक दोस्तों पूर्वांचल के मैक्सिमम राज्यों में जैसे कि बलिया गाजियाबाद मऊ आजमगढ़ देवरिया महाराजगंज गोरखपुर जौनपुर फतेहपुर और संजीव फैजाबाद जैसे जगह पर सबसे ज्यादा रिस्क में थे बिजली गिरने की कैसी भी ज्यादातर दोस्तों उन्हें एरिया से रिपोर्ट हुए हैं स्टेट लाइट इमेज और विंड पैटर्न को एक्सरसाइज करने से पता चला की एक स्ट्रांग साइक्लोनिक सर्कुलेशन बिहार से उत्तर प्रदेश की तरफ मुंह कर रहा था जिसके चलते लो प्रेशर का सिस्टम बन गया था इसी वजह से दोस्तों एटमॉस्फेयर एंड इंस्टैन्टेबिलिटी बनी और बारिश के साथ-साथ बिजली भी आई।
आम जन जीवन पर असर शहरों में पैनिक गांव में तबाही
दोस्तों इस नेचुरल अटैक का सबसे पहले इंपैक्ट लोकल लोगों के दिन चढ़ गया लाइफ पर पड़ा लखनऊ कानपुर गोरखपुर जैसे बड़े-बड़े शहरों में दोस्तों पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से तप हो गए थे रोड पर पानी इतना ज्यादा बढ़ गया था कि टू व्हीलर और छोटी कार्स डूबने लगी थी मेट्रो सर्विस काफी ज्यादा स्लो हो गई और कई जगहों पर दोस्तों इलेक्ट्रिसिटी कट ऑफ करनी पड़ गई सेफ्टी के लिए और एरिया में तो दोस्तों हालात और भी ज्यादा खराब थी बिजली पीने से कुछ खेतों में फायर लग गई और रिपोर्ट के मुताबिक देखा जाए तो 10 से ज्यादा लोग इस बिजली के कारण या तो घायल हुए हैं या फिर उनकी मौत हो गई बाराबंकी दोस्तों सुल्तानपुर और लखीमपुर जैसे जिलों में तो लोगों ने खुद को बताया कि उनके घरों के पास बिजली गिरती थी कि और बहुत सारे पेड़ जल गए।
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स्कूल और कॉलेजेस को दोस्तों तुरंत बंद कर दिया गया हॉस्पिटल इमरजेंसी मोड में चले गए क्योंकि पावर कट और वॉटर लॉगिंग दोनों का प्रेशर सिस्टम पर पड़ रहा था एम्बुलेंस सर्विस चलाना मुश्किल हो गया था और मेडिकल इमरजेंसी हैंडल करना और डिस्टिक ऑफिशल को एसडीआरएफ टीम को डेप्लॉय करना पड़ा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो बारिश या फिर कयामत
दोस्तों 3 अगस्त के दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हर जगह दूसरे पोस्ट में लोगों ने बारिश और बिजली गिरने की लाइव वीडियो को शेयर कर ट्विटर पर दोस्तों #अप रेन और ट्रेनिंग में आ गए लखनऊ के गोमती नगर में से दोस्तों एक वीडियो वायरल हुआ था जहां पर एक कर के बगल में बिजली गिरती दिख रही थी गाजियाबाद के इंदिरापुरम से एक क्लिप अच्छी जहां पर सड़क के बीच में पानी के सफेद फाउंटेन से निकलते दिखे साफ-साफ अंडरग्राउंड प्रेशर सिस्टम फेल हो गया था।
लोगों का कहना था कि दोस्तों उन्होंने अपनी जिंदगी में पहली बार इतनी तेजी से बदलते मौसम देखा है सिर्फ 1 घंटे में सारी स्टेट्स पानी पानी हो गई और लोग अपने घरों के अंदर से वीडियो बनाते रहे की जगह पर स्कूल बस आधे रास्ते में ही रुक गई और बच्चों को rescue क्यों करने में एडमिनिस्ट्रेशन को वक्त लगा।।
सरकारी रिस्पांस जितनी तैयारी उतना काफी नहीं था
दोस्तों उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट ने तुरंत इसका रिस्पांस दिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक इमरजेंसी मीटिंग को बुलाई और सभी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को 24x7 अलर्ट मोड में रखने का निर्देश भी दिया एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को रिप्लाई किया गया लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने 1000 से ज्यादा शेल्टर को होम्स रेडी करें।
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लेकिन दोस्तों ग्राउंड पर सिचुएशन जितनी तेजी से खराब हुई की जितनी भी तैयारी थी वह काफी नहीं लगी फ्लूट कंट्रोल रूम के नंबर बिजी हो गए और लोग हेल्प के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेने लगे रिलीज कैंप में वाटर बोतल से ड्राई फूड और मेडिसिन सप्लाई की गई लेकिन दोस्तों उनका रिचार्ज अफेक्टेड एरिया तक नहीं हो पाया।
निष्कर्ष
मानसून हर साल दोस्तों खुशी और तरक्की लेकर आता है खेत हरा भरा होता है नदिया जीवित होती है और हवा में ठंडक सी होती है लेकिन दोस्तों जब यह अपना रूप बदलकर विनाश बन जाए तो हर सिस्टम है सरकार से लेकर समाज तक हिला देती है 3 अगस्त का 25 की बारिश ने हमें यह याद दिलाया की प्रकृति कभी भी प्रिडिक्टेबल नहीं होती।




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