✈️ "अब उड़ान भरेगी पब्लिक ट्रांसपोर्ट!" – नितिन गडकरी ने किया फ्लाइंग बस और हाईटेक डबल-डेकर का वादा
भारत के यातायात जाम से परेशान लोगों के लिए राहत की बड़ी खबर है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश की पब्लिक ट्रांसपोर्ट प्रणाली में एक क्रांतिकारी बदलाव लाने का ऐलान किया है। अब बात सिर्फ मेट्रो या बसों तक सीमित नहीं, बल्कि हवा में चलने वाली फ्लाइंग बसों और अल्ट्रा-आधुनिक इलेक्ट्रिक डबल-डेकर बसों तक जा पहुंची है।
🚡 फ्लाइंग बसें: ट्रैफिक जाम का 'हवा' में हल
गडकरी ने ANI को दिए गए इंटरव्यू में बताया कि दिल्ली के धौला कुआं से मानेसर तक एक एरियल पॉड सिस्टम (हवाई फ्लाइंग बस) लाने की योजना बनाई जा रही है। यह इलाका अक्सर भारी ट्रैफिक जाम से जूझता है, और इस सिस्टम से उस समस्या का स्थायी समाधान निकल सकता है।
“हम हवा में पॉड सिस्टम शुरू करना चाहते हैं। इससे लोगों को ट्रैफिक से मुक्ति मिलेगी। बेंगलुरु और पुणे में भी इसी तरह का स्टडी चल रहा है,” – नितिन गडकरी
फ्लाइंग बसें दरअसल एरियल पॉड्स होती हैं जो एलिवेटेड ट्रैकों पर चलती हैं। ये 2 से 6 लोगों को बिना रुके सीधा उनके गंतव्य तक पहुंचा सकती हैं और इनकी रफ्तार 240 किमी/घंटा तक हो सकती है।
🚌 डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बस: पहाड़ों से मैदान तक लग्ज़री सफर
गडकरी ने यह भी बताया कि उत्तराखंड और कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों में डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। इन बसों की क्षमता 135 यात्रियों की होगी और ये पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी।
“हमने नागपुर में ऐसी बस का परीक्षण शुरू कर दिया है, जो हर 40 किमी पर सिर्फ 30 सेकंड के लिए रुकेगी और इसी दौरान चार्ज भी हो जाएगी,” – गडकरी
यह इलेक्ट्रिक बसें न सिर्फ वातावरण के लिए बेहतर होंगी, बल्कि यात्रियों के लिए भी बेहद आरामदायक होंगी। इनमें एक्जीक्यूटिव क्लास सीटिंग, सामने टीवी स्क्रीन, तेज रफ्तार (120 किमी/घंटा) और "फ्लैश चार्जिंग" जैसी सुविधाएं होंगी।
📍 इन रूट्स पर चलेगी पहली बस
गडकरी ने बताया कि इस तरह की इलेक्ट्रिक बसें सबसे पहले नागपुर, और फिर धीरे-धीरे दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-देहरादून, और बेंगलुरु-चेन्नई जैसे रूट्स पर शुरू की जाएंगी।
✅ क्यों ये प्रोजेक्ट गेम-चेंजर है?
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पर्यावरण के लिए हितकारी: ये इलेक्ट्रिक बसें कार्बन उत्सर्जन को घटाने में मदद करेंगी।
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कम लागत: कम बैटरी की जरूरत के चलते यात्रा खर्च भी घटेगा।
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हाईटेक अनुभव: एक्जीक्यूटिव क्लास में सफर करने का अनुभव आम आदमी तक पहुंचेगा।
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ट्रैफिक से राहत: फ्लाइंग बसें ट्रैफिक से ऊपर चलेंगी, जिससे सड़क पर भीड़ कम होगी।
🔚 निष्कर्ष:
भारत की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली एक नए युग में प्रवेश कर रही है। जहां एक ओर ट्रैफिक जाम की समस्या दिन-प्रतिदिन विकराल होती जा रही है, वहीं गडकरी जैसे दूरदर्शी नेता की योजनाएं भविष्य की झलक देती हैं। चाहे बात हवा में उड़ने वाली पॉड्स की हो या शानदार डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बसों की – अब सफर सिर्फ मंज़िल तक नहीं ले जाएगा, बल्कि एक नए अनुभव की शुरुआत भी करेगा।

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