⚠️ भारत में फिर बढ़ रहे कोविड केस: XFG वेरिएंट ने दी नई चिंता की दस्तक, जानिए कितना खतरनाक है यह नया वेरिएंट
नई दिल्ली: कोरोना महामारी एक बार फिर से सिर उठाने लगी है। मंगलवार सुबह तक देश में कुल 6815 सक्रिय कोविड-19 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले 24 घंटे में 324 नए संक्रमण और 3 मौतें रिपोर्ट की गई हैं।
केरल इस बार भी सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है, जहां 2053 एक्टिव केस हैं। इसके बाद गुजरात (1109), पश्चिम बंगाल (747), दिल्ली (691) और महाराष्ट्र (613) का स्थान है।
🧬 क्या है नया कोविड वेरिएंट XFG?
INSACOG (Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में XFG वेरिएंट के अब तक 163 मामले सामने आए हैं।
इसमें महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा 89 केस, इसके बाद तमिलनाडु, केरल, गुजरात, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में भी मामले दर्ज किए गए हैं।
XFG वेरिएंट, ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट है जिसे सबसे पहले कनाडा में देखा गया था। यह एक "रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट" है, जिसका मतलब है कि यह दो अलग-अलग वेरिएंट — LF.7 और LP.8.1.2 — के मिलन से उत्पन्न हुआ है।
🔍 रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट क्या होते हैं?
जब किसी व्यक्ति को एक ही समय में दो अलग-अलग कोविड वेरिएंट से संक्रमण होता है, तो वायरस का जेनेटिक मटेरियल आपस में मिक्स होकर एक नया स्ट्रेन बना सकता है। इसी प्रक्रिया से XFG जैसे वेरिएंट जन्म लेते हैं, जिनमें दोनों मूल वेरिएंट की खासियतें होती हैं।
⚠️ XFG के लक्षण और खतरा कितना?
The Lancet जर्नल के अनुसार, XFG वेरिएंट में "strong immune evasion" की क्षमता है, यानी यह शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा देकर खुद को फैलाने में सक्षम है।
हालांकि, अब तक की जानकारी के अनुसार, यह वेरिएंट गंभीर बीमारी का कारण नहीं बन रहा है। इसकी तुलना ओमिक्रॉन के अन्य सब-वेरिएंट्स जैसे JN.1 और LF.7 से की जा रही है, जो मुख्यतः माइल्ड सर्दी-जुकाम, गले में खराश और बुखार जैसे लक्षण देते हैं।
🔬 XFG के प्रमुख म्यूटेशन:
XFG वेरिएंट में चार महत्वपूर्ण म्यूटेशन पाए गए हैं:
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His445Arg
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Asn487Asp
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Gln493Glu
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Thr572Ile
ये म्यूटेशन वायरस को ज्यादा संक्रामक और प्रतिरक्षा प्रणाली से बच निकलने में मदद करते हैं।
🗣️ ICMR का क्या कहना है?
ICMR (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) के महानिदेशक डॉ. राजीव बेहल ने कहा है कि भारत में फिलहाल XFG, JN.1, LF.7 और NB.1.8.1 जैसे वेरिएंट सक्रिय हैं।
"फिलहाल जो भी संक्रमण सामने आ रहे हैं, वे ज्यादातर माइल्ड हैं और अस्पताल में भर्ती की ज़रूरत नहीं पड़ रही है। अभी घबराने की कोई बात नहीं है।"
🧘 क्या करें और क्या न करें:
✅ सावधानी ज़रूरी है — मास्क पहनें, भीड़भाड़ से बचें
✅ अगर लक्षण दिखें तो टेस्ट करवाएं
✅ बुजुर्गों और बीमार लोगों को खास सावधानी बरतने की ज़रूरत
❌ घबराएं नहीं या अफवाहों पर विश्वास न करें
❌ खुद दवा न लें, डॉक्टर से संपर्क करें
🔚 निष्कर्ष:
भारत में कोविड-19 के मामलों में हालिया उछाल और XFG वेरिएंट की मौजूदगी चिंताजनक ज़रूर है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो अभी कोई गंभीर संकट नहीं है। हमें सतर्क रहकर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे पुराने नियमों को फिर से अपनाने की ज़रूरत है।

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