सोना और चांदी के बदलते दाम क्या है वर्तमान स्थिति और भविष्य की राह
पिछले कुछ दिनों से भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है,जहां एक और सोने के दाम में गिरावट दर्ज की गई है,वहीं दूसरी ओर चांदी ने अपनी चमक बरकरार रखते हुए तेजी का रुख अपनाया है,इस बदलते परिदृश्य के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक कम कर रहे हैं जिन्हें समझना निवेशों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
सोने की कीमतों में गिरावट टैरिफ चिताओं में कमी का असर
सोनी को अक्सर आर्थिक और भू राजनीतिक अनिश्चित के समय एक सुरक्षित निवेश माना जाता है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता का माहौल बनता है तो निवेशक जोखिम भरी संपत्तियों की ओर रुख करते हैं जिसे सोने की मांग और कीमत में कमी आती है वर्तमान में सोने की कीमतों में गिरावट का एक मुख्य कारण टैरिफ आयात शुल्क युद्ध को लेकर चिताओं में कमी आना है अमेरिका और अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार समझौता को लेकर बेहतर उम्मीदें बनती दिख रही हैं जिससे वैश्विक व्यापार में तनाव कम होने की संभावना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जब भू राजनीतिक तनाव कमहोता है और वैश्विक विकास की उम्मीदें बढ़ती हैं तो सोने की सुरक्षित एवं अपील काम हो जाती है इसके अलावा स्टॉकिस्टों द्वारा की गई मुनाफा वसूली और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर रुक भी सोने की कीमतों पर दबाव डाल रहा है हालांकि अमेरिकी डॉलर की कमजोरी अभी भी सोने की कीमतों को कुछ हद तक समर्थन दे रही है क्योंकि डॉलर के कमजोर होने पर अन्य मुद्राओं वाले निवेशकों के लिए सोना सस्ता हो जाता है।
MCX पर सोने का अगस्त वायदा अनुबंध ₹100000 प्रति 10 ग्राम के निशान से नीचे आया है जो बताता है कि निकट अवधि में कुछ और गिरावट संभव हो सकती है विशेषज्ञों के अनुसार 99400 का स्तर एक महत्वपूर्ण समर्थन हो सकता है जबकि 1 लाख ₹500 - 1 लाख 1700 रुपए के स्तर प्रतिरोध के रूप में कार्य कर सकते हैं।
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चांदी की चमक बरकरार और औद्योगिक मांग और आपूर्ति की कमी
सोने के विपरीत चांदी की कीमतों में मजबूती बनी हुई है और यह अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब कारोबार कर रही है चांदी को न केवल एक कीमती धातु के रूप में देखा जाता है बल्कि यह एक महत्वपूर्ण औद्योगिक धातु भी है इसकी वैश्विक मांग का एक बड़ा हिस्सा लगभग60% औद्योगिक उपयोग से आता है।
हाल ही में चांदी की कीमतों में आई तेजी के पीछे कई प्रमुख कारक जिम्मेदार हैं
1: औद्योगिक मांग में वृद्धि सौर ऊर्जा पैनलों इलेक्ट्रिक वाहनों ईवीएस इलेक्ट्रॉनिक बैट्रींयों और अन्य ग्रीन टेक्नोलॉजी में चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है भारत में नवीकरणीय ऊर्जा पर बढ़ते निवेश और सौर ऊर्जा के विस्तार के कारण चांदी की खपत में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।
2: आपूर्ति की कमी खनन उत्पादन में स्थिरता पर्यावरणीय नियम श्रम की कमी और प्रमुख खनन क्षेत्र में भू राजनीतिक तनाव के कारण चांदी की आपूर्ति में कमी देखी जा रही है यह लगातार पांचवा साल है जब चांदी का बाजार घाटे में रहने का अनुमान है जिससे कीमतों को और समर्थन मिल रहा है।
3: निवेश मांग आर्थिक अनिश्चित और केंद्रीय बैंक की नीतियों के कारण भी निवेशक सुरक्षित आशय संपत्ति के रूप में चांदी की ओर रुख कर रहे हैं जिससे इसकी मांग और कीमतों में वृद्धि हो रही है।
4: डॉलर की कमजोरी और ब्याज दरों पर नजर कमजोर अमेरिकी डॉलर और फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के नरम रुख वाले संकेतों से भी चांदी को मजबूती मिल रही।
MCX पर चांदी का सितंबर वायदा अनुबंध 116000 प्रति किलोग्राम के आसपास कारोबार कर रहा है विशेषज्ञों का मानना है कि 114 रुपए पर एक मजबूत समर्थन है जबकि 118000 रुपए - एक लाख ₹20000 के स्तर पर प्रतिरोध देखा जा सकता है।
MCX स्टार और विशेषज्ञों की राय बाजार की जानकारी के मुताबिक एमसीएक्स पर सोने और चांदी के लिए कुछ महत्वपूर्ण स्तरों पर नजर रखना जरूरी है।
सोना एमसीएक्स अगस्त वायदा
वर्तमान भाव लगभग 1300 प्रति 10 ग्राम पहला लक्ष्य टारगेट वन 1500 रुपए दूसरा लक्ष्या टारगेट 2700 स्टॉप लॉस 99400 चांदी एमसीएक्स सितंबर वायदा वर्तमान भाव लगभग 116000 प्रति किलोग्राम पहला लक्ष्य टारगेट वन 118000 दूसरा लक्ष्या टारगेट 120000 रुपए स्टॉप लॉस स्टॉप लॉस ₹14000
विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि निवेशक वर्तमानबाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए सावधानी से ट्रेड करें सोने में मुनाफा वसूली की संभावना बनी हुई है जबकि चांदी में औद्योगिक मांग और आपूर्ति की कमी के कारण तेजी का रुझान दिख रहा है हालांकि भू राजनीतिक घटनाएं केंद्रीय बैंकों की नीतियों और वैश्विक आर्थिक आंकड़े इन दोनों धातुओं की कीमतों को किसी भी समय प्रभावित कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
सोनी और चांदी के बाजारों में इस समय एक दिलचस्प विरोधाभास देखने को मिल रहा है जहां सोने की कीमतों में नरमी के संकेत मिल रहे हैं वहीं चांदी अपनी औद्योगिक उपयोगिता और आपूर्ति बढ़ाओ के कारण मजबूत बनी हुई है निवेशकों को इन दोनों धातुओं में निवेश करते समय वैश्विक आर्थिक परिदृश्य केंद्रीय बैंक की नीतियों और भू राजनीतिक घटनाक्रमों पर गहरी नजर रखनी चाहिए एमसीएक्स पर महत्वपूर्ण स्तरों पर ध्यान केंद्रित करने से उन्हें बेहतर निर्णय लेने में मदद मिल सकती है।
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FAQs
Q1. आज 24 कैरेट सोने का रेट क्या है?
जवाब: 25 जुलाई 2025 को 24 कैरेट सोना ₹10,048 प्रति ग्राम है।
Q2. चांदी की कीमत इतनी क्यों बढ़ रही है?
जवाब: सोलर और इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री में चांदी की मांग बढ़ने से कीमतें उछली हैं।
Q3. क्या अभी सोना खरीदना सही समय है?
जवाब: फिलहाल गिरावट चल रही है, इसलिए लॉन्ग टर्म निवेशक थोड़ी प्रतीक्षा करें।
Q4. 22K और 24K सोने में क्या अंतर है?
जवाब: 24K शुद्धतम होता है (99.9%) जबकि 22K थोड़ा मिलावट वाला (91.6%) होता है।
Q5. क्या चांदी में निवेश सुरक्षित है?
जवाब: हां, दीर्घकालीन दृष्टिकोण से चांदी में औद्योगिक मांग के कारण अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

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